बाल क्यों झड़ते है? बालों का झड़ना कैसे रोकें?
बालों का झड़ना कैसे रोकें? |
Table Of Contents
- बाल क्यों झड़ते हैं? बालों के झड़ने की प्रक्रिया
- बालों के झड़ने के प्रकार Types of Hair Loss
- बालों के झड़ने के कारण
- बाल-झड़ने की जाँच, वजह को कैसे पहचाने?
- बालों के झड़ने का इलाज (बालों का झड़ना कैसे रोकें?)
- एलोपथिक उपचार के दुष्प्रभाव
- आयुर्वेद की मदद से बालों का झड़ना कैसे रोकें?
- बालों को झड़ने से रोकने के लिए घरेलू इलाज
- बालों को झड़ने से रोकने के लिए क्या खाएं?(आहार)
- बालों को झड़ने से रोकने के लिए कुछ सुझाव
- WELLAYU SPECIAL 💆💆 बालों की वृद्धि के लिए साप्ताहिक दिनचर्या 💆💆
- बाल उपचार के बावजूद झड़ रहें हैं, तब क्या करें?
- कोरोना व बालों का झड़ना
बाल क्यों झड़ते हैं? बालों के झड़ने की प्रक्रिया
बालों को झड़ने से रोकने के लिए पहले बालों के झड़ने की प्रक्रिया को समझना आवश्यक है।बाल विकास चक्र (Hair Growth Cycle):
1. Growing Phase or Anagen Phase:
- यह बालों के बढ़ने का सामान्य चक्र है और इस चरण के दौरान प्रत्येक बाल प्रति माह लगभग एक सेंटीमीटर बढ़ता है।
- लगभग 80-90 प्रतिशत बाल हर समय बढ़ रहे होते हैं।
- सिर के बालों के लिए यह चक्र 2 से 6 साल तक चलता है जबकि छोटे बालों (पलकें, भौहें, हाथ एवं पैर के बाल) के लिए लगभग एक महीने तक चलता है।
2. Transition Phase or Catagen Phase:
- लगभग 2-3 सप्ताह के इस समय में बालों के रोम (Hair Follicles) संकुचित होते हैं या सिकुड़ते हैं।
3. Resting Phase or Telogen Phase:
- हर समय लगभग 10 प्रतिशत बाल, आराम के चरण में होते हैं।
- 2 से 4 महीने के बाद आराम करने वाले बाल झड़ जाते हैं और उनकी जगह नए बाल उगने लगते हैं।
- टेलोजन चरण में प्रति दिन कम से कम 100 बाल खोना सामान्य बात है। हालांकि, तनाव जैसे कि बुखार, पोषण असंतुलन व कुछ दवाएं, इस संख्या को बढ़ा सकती हैं।
बालों का झड़ना कितने प्रकार का होता है? (Types of Hair Loss)
चिकित्सा विज्ञान में बालों का झड़ना निम्न प्रकार का होता है:
1. एनाजेन एफ्लुवियम:
यह उन दवाओं के कारण होता है जो एनाजेन चरण में बालों को बढ़ने से रोकती है (जैसे कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी)।2. टेलोजेन एफ्लुवियम:
- शारीरिक स्ट्रेस: वजन में बहुत अधिक कमी करना, सर्जरी, एनीमिया, बीमारी, प्रसव-पीड़ा आदि।
- भावनात्मक तनाव: मानसिक बीमारी, किसी प्रियजन की मृत्यु, आदि।
- थायराइड।
- दवाएं व सप्लीमेंट्स: रक्तचाप की दवाएं, गठिया की दवाएं और विटामिन ए की उच्च खुराक।
- हार्मोन में बदलाव: गर्भावस्था, रजोनिवृत्ति या गर्भनिरोधक गोलियों के कारण।
3. एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया / पैटर्न एलोपेसिया - फीमेल पैटर्न हेयर लॉस (FPHL) व मेल पैटर्न हेयर लॉस (MPHL) / गंजापन:
- यह प्रकार सबसे आम है।
- महिलाओं में बाल सिर के ऊपर और किनारों पर पतले होते हैं, जबकि पुरुषों में कई पैटर्न मिलते हैं।
4. एलोपेसिया एरीटा:
- Alopecia Areata एक ऑटोइम्यून त्वचा रोग है जो सिर पर और संभवतः शरीर के अन्य स्थानों पर बालों के झड़ने का कारण बनता है।
- इसमें सिर पर गोल पैच में बाल झड़ने लगते हैं।
- यह भौहें, दाढ़ी और अन्य क्षेत्रों के बालों को भी प्रभावित कर सकता है।
- जीन और पर्यावरणीय कारक मुख्य कारण हैं।
- यह अक्सर बाल्यावस्था में होता है।
- यह आमतौर पर स्थायी नहीं होता है, और बाल फिर से उग सकते हैं।
एलोपेसिया टोटलिस
एलोपेसिया युनिवर्सलिस
बालों के असामान्य रूप से झड़ने के कारण (Causes Of Hair Loss / Alopecia)
1. रोग / बीमारी:
- शारीर में विद्यमान रोग: थायराइड, एनीमिया, सोरायसिस, लुपुस सहित लगभग 30 बीमारियां बालों के झड़ने का कारण बनती हैं। इन बीमारियों का इलाज करने से बालों का झड़ना रोका जा सकता है।
- बीमारी का प्रभाव (टेलोजन एफ्लुवियम): बीमारी ठीक होने के बाद भी बाल झड़ सकते हैं। जैसे बड़ी सर्जरी, तेज बुखार, गंभीर संक्रमण (जैसे कोरोना) या फ्लू भी बालों के झड़ने का कारण बन सकते है।
- कुछ कैंसर उपचार: विकिरण चिकित्सा और कीमोथेरेपी बालों के झड़ने का कारण बन सकती है। यह अक्सर अस्थायी होता है।
- खोपड़ी का दाद Ringworm / फंगस संक्रमण: यह रोग संक्रामक है और बच्चों में आम है। सही उपचार के बिना, दाद गंजेपन का कारण बन सकता है।
- ट्रिकोटिलोमेनिया / ट्राइकोटिलोमेनिया: इस चिकित्सा विकार में लोग अपने बाल बार-बार खुद खींचते हैं। कुछ पीड़ितों का कहना है कि उन्हें अपनी पलकें, नाक के बाल, भौहें और शरीर के अन्य बालों को खींचने की आदत पड़ जाती है।
- डैंड्रफ: डैंड्रफ न केवल बालों को बल्कि आत्मविश्वास को भी प्रभावित कर सकता है। यह कभी-कभी शर्मनाक स्थिति में डाल देता है। डैंड्रफ में सिर पर मृत त्वचा कोशिकाएं जमा हो जाती हैं जो कि Hair Follicle को अवरुद्ध कर देती हैं, और बालों को कमजोर कर देती हैं, जिससे अंततः बाल झड़ जाते हैं।
2. हार्मोन और तनाव:
- प्रसव: प्रसव के बाद, कुछ महिलाओं के बाल झड़ते हैं। एस्ट्रोजन का घटता स्तर बालों के झड़ने का कारण बनता है जो कि अस्थायी होता है तथा कुछ महीनों बाद महिलाओं के बाल फिर से उगने लगते हैं।
- रजोनिवृत्ति: रजोनिवृत्ति के दौरान बालों का झड़ना आम है। यह भी अक्सर अस्थायी होता है। कुछ समय बाद बाल फिर से बढ़ते हैं।
- PCOD / PCOS बीमारी कि वजह से हार्मोन असंतुलन।
- तनाव: किसी दर्दनाक घटना का अनुभव करना (जैसे किसी प्रियजन की मृत्यु या तलाक) बालों के झड़ने का कारण बन सकता है।
3. आहार और खराब पोषण:
- वजन कम होना: कुछ लोगों के वजन में 6-7 किलो से अधिक कमी के 3 से 6 महीने बाद बालों का झड़ना शुरू हो सकता है। इस तरह से बालों का झड़ना सामान्य बात है तथा बिना किसी की मदद के बाल फिर से उग आते हैं।
- विटामिन ए: बहुत अधिक विटामिन ए बालों के झड़ने का कारण बन सकता है। लोग खुराक या दवाओं के माध्यम से इस विटामिन की बहुत अधिक मात्रा ले लेते हैं। लेकिन जैसे ही शरीर को बहुत अधिक मात्रा में विटामिन ए मिलना बंद हो जाता है, तो बालों का सामान्य विकास फिर से शुरू हो जाता है।
- प्रोटीन: शरीर में प्रोटीन की कमी भी बालों के झड़ने का एक प्रमुख कारण हो सकता है।
- आयरन: पर्याप्त आयरन न मिलने से बाल झड़ सकते हैं।
- कॉपर, जिंक, बायोटिन, कैल्शियम व विटामिन D की कमी।
- ईटिंग डिसऑर्डर: जब किसी व्यक्ति को ईटिंग डिसऑर्डर होता है, तो बालों का झड़ना आम है। एनोरेक्सिया (पर्याप्त भोजन नहीं करना) और बुलिमिया (खाने के बाद उल्टी) बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं।
4. दवाएं व उनके दुष्प्रभाव:
- रक्त को पतला करने वाली दवाइयां।
- विटामिन ए की उच्च खुराक।
- दवाएं जो गठिया, अवसाद, गाउट, हृदय की समस्याओं और उच्च रक्तचाप का इलाज करती हैं।
- गर्भनिरोधक गोलियां: कुछ महिलाएं में गोली लेने के दौरान बाल झड़ते हैं तो किसी में गोली लेना बंद करने पर बाल झड़ते हैं। यह अक्सर वंशानुगत होता है।
- एनाबॉलिक स्टेरॉयड (मांसपेशियों के निर्माण और एथलेटिक प्रदर्शन में सुधार के लिए लिये गये स्टेरॉयड) बालों के झड़ने का कारण हो सकते है।
दवा-प्रेरित खालित्य Drug-Induced Alopecia:
- Amphetamines.
- Angiotensin-Converting Enzyme (ACE) Inhibitors.
- Antidepressants - paroxetine, fluoxetine, sertraline.
- Antifungals.
- Antiseizure medicines.
- Beta-Blockers (for Heart and Glaucoma treatment).
- Birth control pills.
- Blood-Thinners like Heparin, Warfarin.
- Cholesterol-lowering drugs - Clofibrate, Gemfibrozil.
- Drugs for Thyroid problems.
- Drugs for Stomach problems - Famotidine.
- Drugs for Parkinson’s Disease like Levodopa.
- Hormone Replacement Therapy (HRT).
- Vitamin-A-based medicines like Isotretinoin.
- NSAIDs like Naproxen.
- Steroids.
- कीमोथेरेपी दवाएं - कीमोथेरेपी शुरू करने के 2-5 सप्ताह के भीतर बालों का झड़ना शुरू हो सकता है।
- गाउट के इलाज के लिए उपयोग होने वाली Colchicine से भी बाल झड़ सकते हैं।
- निम्नलिखित तत्व भी एनाजेन चरण के दौरान बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं: Arsenic (हरताल), Bismuth, बोरिक एसिड, Thallium आदि।
5. बालों की गलत देखभाल:
उत्पाद:
- बार-बार ब्लीचिंग या परमानेंट के कारण बाल टूट सकते हैं।
- डाई, जैल, रिलैक्सर्स और हेयर स्प्रे का नियमित या अनुचित उपयोग भी बालों के टूटने का कारण बन सकता है।
- साबुन - अक्सर लोग टॉयलेट सोप (TFM - 60% से 80%) से नहाते हैं जो कि बालों व सिर की त्वचा को शुष्क बनाते हैं, जबकि नहाने के साबुन का TFM 40% के लगभग होना चाहिए।
- लगभग सभी रासायनिक शैंपू में सोडियम लॉरिल सल्फेट (SLS), पेराबैन, सिलिकॉन आदि होते हैं, जो इम्युनिटी कमजोर करते हैं तथा बालों के रोम (hair follicles) को नुकसान पहुंचाते हैं। अतः इनका उपयोग प्रतिदिन ना करके सप्ताह में दो बार करें।
ब्लो ड्रायर, फ्लैट आइरन और अन्य उपकरण:
हेयरपिन, क्लिप और रबर बैंड:
ट्रैक्शन एलोपेसिया:
निम्नलिखित गलत आदतों के कारण अक्सर बाल टूट जाते हैं:
- बहुत अधिक शैंपू करना, कंघी करना या ब्रश करना (प्रति दिन 100 स्ट्रोक या अधिक)।
- गीले बालों को तौलिए से रगड़ कर सुखाना।
- गीले बालों को ब्रश करना या कंघी करना। कई लोगों के बाल गीले होने पर अधिक लोचदार होते हैं तथा सूखे बालों की तुलना में अधिक आसानी से टूटते है। जब बाल टूटते हैं, तो बाल झबरे या बहुत पतले दिखाई देते हैं।
6. अन्य कारण:
- हार्ड वाटर - भारी पानी से नहाने से बाल टूटते हैं।
- प्रदूषित वातावरण - धुआं, धूल, धूप आदि का बालों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
बालों के अत्यधिक झड़ने की वजह को कैसे पहचाने? How to diagnose Hair Loss & its causes?
A. बाल-झड़ने की जाँच या परीक्षण Hair Loss Tests:
बाल खींचना Hair Pulling -
रक्त परीक्षण -
ट्राइकोस्कोपी -
स्कैल्प बायोप्सी -
B. आपकी आदतें Habits:
- बाल उत्पादों का उपयोग?
- हेयर स्टाइल?
- खाना / आहार?
- ट्राइकोटिलोमेनिया?
C. इतिहास History:
- उम्र, लिंग, गर्भावस्था, कोई बीमारी?
- परिवार में किस के बाल झड़ते है?
- तनाव?
- किसी तरह की दवाएं या सप्लीमेंट?
- पहले कभी बाल झड़ें है?
D. आपका स्वयं का अवलोकन Your Observation:
- बाल कब से झड़ रहे हैं?
- क्या अधिक झड़ रहे हैं?
- क्या सिर के अलावा अन्य जगहों (भौहें, हाथ-पैर) पर भी बाल झड़ रहे हैं?
- किस कारण से बालों के झड़ना बढ़ रहा है?
- किस कारण से बालों के झड़ना कम हो रहा है?
- क्या आपके बाल कभी-कभी के झड़ते हैं या यह लगातार झड़ रहे हैं?
- क्या आपके बाल पहले से अधिक टूट रहे हैं?
बालों के झड़ने का इलाज (बालों का झड़ना कैसे रोकें?)
आधुनिक चिकित्सा पद्धति में बालों के झड़ने का उपचार:
A. बालों के झड़ना रोकने की दवा:
- पैटर्न गंजापन व कीमोथेरेपी प्रभावित गंजेपन के इलाज के लिए उचित दिशा-निर्देशों के साथ 2% या 5% मिनोक्सिडिल का उपयोग पुरुषों और महिलाओं दोनों में लम्बे समय तक किया जा सकता है।
- इससे 6-12 महीनों में बाल उग सकते हैं।
- गर्भवती, गर्भवती होने की योजना बनाने वाली, या स्तनपान कराने वाली महिलाएं इसका उपयोग न करें।
- इस उपचार को बंद करने के 6 महीनों के बाद पुनः बाल गिरने शुरू हो सकते हैं।
- इंडियन जर्नल ऑफ डर्मेटोलॉजी के अनुसार फायनास्टराइड Finasteride सिर के बालों को फिर से उगाने के लिए एक और दवा है।
- हालांकि, इससे शरीर के अन्य क्षेत्रों में बाल नहीं उगते।
B. हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी:
हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी के कुछ नुकसान -
- संक्रमण, फॉलिकुलिटिस एवं शॉक लॉस जिससे प्रत्यारोपण क्षेत्र के बाल झड़ सकते हैं।
- अधिक बड़े गंजे क्षेत्र के लिए पर्याप्त बाल खोजने में परेशानी हो सकती है।
- इसके अलावा, सर्जरी महंगी होती है व आमतौर पर बीमा से कवर नहीं होती है।
C. पीआरपी:
D. लेजर उपचार (Low-Level Laser Light Therapy - LLLT):
- हेयरमैक्स लेसरकॉम्ब लो लाइट लेजर, थेराडोम LH80 PRO हेलमेट, लो लाइट लेजर हेलमेट और कैप आदि उपयोग किये जा सकते हैं।
- यह कीमोथेरेपी या आनुवंशिकता कि वजह से बालों का झड़ना रोकने के लिए उपयोगी है, हालाँकि उचित तरंग दैर्ध्य और उपचार की अवधि के बारे में अभी और अधिक शोध की आवश्यकता है।
E. माइक्रोनीडलिंग:
मिनोक्सिडिल के साथ अथवा इसके बिना।बालों के झड़ने को रोकने के एलोपथिक उपचार के दुष्प्रभाव (side effects) या जटिलताएं (complications) क्या-क्या हो सकते हैं?
- मिनोक्सिडिल से सिर में जलन, सूखापन, स्केलिंग, खुजली और/या लालिमा हो सकती है। अगर ऐसा है तो अपने त्वचा विशेषज्ञ से अवश्य मिलें।
- मिनोक्सिडिल के कारण सिर के अलावा अन्य जगहों (जैसे गाल और माथे) पर भी बाल उग सकते हैं। अतः मिनोक्सिडिल लगाने के बाद अपना चेहरा धो लें और सिर के अलावा अन्य जगहों पर नहीं लगायें।
- फायनास्टराइड की वजह से पुरुषों में नपुंसकता, कामेच्छा में कमी, गाइनेकोमास्टिया (स्तन ऊतक की वृद्धि) आदि दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
- फायनास्टराइड से कैंसर भी हो सकता है।
बालों का झड़ना एवं आयुर्वेद, आयुर्वेद की मदद से बालों का झड़ना कैसे रोकें?
बालों को झड़ने से रोकने में आयुर्वेद कैसे मदद कर सकता है?
स्वस्थ आहार:
- एक संतुलित आहार बालों को मजबूत व स्वस्थ बनाता है। प्रोटीन, वसा, विटामिन एवं खनिज लवण संतुलित रूप में होने चाहिए।
- स्वस्थ और बेहतर पाचन के लिए चिकने, तैलीय एवं तले हुए खाद्य पदार्थों व कोल्ड-ड्रिंक्स का सेवन नहीं करना चाहिए ये गर्मी पैदा करते हैं, अम्लीय होते हैं व पित्त को बढ़ाते हैं।
- अपने आहार में शतावरी, पुदीना, धनिया के पत्ते, खीरा, शकरकंद, करेला, हरी पत्तेदार सब्जियां, अनानास, चेरी, दही और गर्म दूध जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
- अपने आहार में गेहूं, जई, जौ, मक्का और ब्राउन राइस के साथ प्रोटीन युक्त भोजन जैसे राजमा, काली बीन्स, छोले, हरी मटर, अंकुरित अनाज, ड्राई-फ्रूट्स आदि शामिल करें।
- खूब पानी पिएं, यह त्वचा को स्वस्थ रखने के साथ-साथ बालों की जड़ों को मजबूती देता है।
- विटामिन डी: विटामिन डी बालों को घना बनाता है। विटामिन डी के अच्छे स्रोत हैं - सूर्य का प्रकाश, पनीर, मशरूम, फोर्टीफायड खाद्य पदार्थ जैसे दूध, अनाज व जूस, अंडे की जर्दी, फैटी मछली आदि।
- आयरन के अच्छे शाकाहारी स्रोत आयरन-फोर्टिफाइड अनाज, सोयाबीन, कद्दू के बीज, सफेद बीन्स, दाल और पालक हैं। आयरन के अच्छे पशु स्रोतों की सूची में क्लैम, सीप और मांस सबसे ऊपर है।
- पौष्टिक आहार खाने से बालों का टूटना, दोमुंहे बाल, शुष्क बाल, रूखापन, रूसी / डैंड्रफ आदि को भी रोका जा सकता है।
स्वस्थ जीवनशैली:
- पर्याप्त नींद लें।
- धूम्रपान और शराब से दूर रहें।
- मल त्याग नियमित होना चाहिए ताकि विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर निकलते रहें। यदि आप कब्ज से पीड़ित हैं, तो त्रिफला का सेवन करें अथवा योग्य चिकित्सक से परामर्श लें।
- तनाव को नियंत्रित करें: तनाव को कम करने के लिए ध्यान, योग व प्राणायाम कर सकते हैं।
- तनाव व चिंता कम करने के लिए वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियां जैसे एक्यूपंक्चर, सम्मोहन चिकित्सा (Hypnotherapy), व मनोचिकित्सा (Psychotherapy) भी कारगर होती हैं।
सिर/खोपड़ी की मालिश / चम्पी:
- मालिश से सिर में रक्त प्रवाह बढ़ता है जिससे बालों की जड़ों को पोषण मिलता है, तथा डैंड्रफ से भी छुटकारा मिल सकता है।
- बालों की नमी को कायम रखने के लिए कम से कम एक या दो घंटे के लिए गर्म तेल को स्कैल्प (सिर का अग्र भाग) में रगड़ें। भृंगराज, नारियल, बादाम, नीम, आंवला, ओलिव, केनोला, या जैतून, जोजोबा के तेल से सिर की मालिश की जा सकती है।
- सप्ताह में एक या दो बार सिर की त्वचा के अनुकूल तेल से बालों की मालिश अवश्य करें। मालिश के बाद बालों को शावर कैप से ढक दें और दो घंटे बाद माइल्ड शैंपू से धो लें।
अरोमाथेरेपी / एसेंशियल ऑयल थेरेपी: खुशबूदार / आवश्यक तेलों से सिर की मालिश।
- गुलमेहंदी का तेल बालों में रक्त प्रवाह बढाता है तथा यह एलोपथिक दवा 2% मिनोक्सिडिल की तरह कार्य करता है।
- पेपरमिंट तेल बालों को घना बनाने, hair follicle की संख्या बढाने में 3% मिनोक्सिडिल से अधिक उपयोगी होता है।
- अन्य आवश्यक तेल: देवदार (Cedarwood), लैवेंडर का तेल, तुलसी का तेल, अजवायन के फूल का तेल (Thyme oil)।
बालों की देखभाल:
- गर्म पानी से नहीं नहायें, गर्म पानी रोम-छिद्रों को खोलता है, उन्हें भंगुर बनाता है, जिससे बाल झड़ते हैं।
- तेल की मालिश के बाद शैंपू करने से नए बालों का विकास होता है, मगर व्यावसायिक रूप से उपलब्ध रासायनिक शैंपू से बालों को धोने के बजाय आंवला और शिकाकाई जैसे प्राकृतिक क्लींजर का उपयोग करें।
- बाल अत्यधिक मात्रा में अधिक झड़ रहे हैं तो मोटे हेयरब्रश का उपयोग करें तथा बालों में कंघी आराम से करें।
- हीट, कर्लिंग और डाई जैसे कठोर उपचारों से बचें।
बालों का झड़ना रोकने के लिए आयुर्वेदिक दवाएं:
HOW TO GROW YOUR HAIRS - CLICK HERE |
घरेलू इलाज (आयुर्वेदिक दवाओं) से बालों का झड़ना कैसे रोकें?
आंवला / आमलकी / इंडियन गूजबेरी:
बालों का झड़ना रोकने के लिए आंवले का प्रयोग कैसे करें?
- नीबू का रस व आंवला पाउडर को मिलाकर पेस्ट बनाएं।
- इसे स्कैल्प (सिर का अग्र भाग) पर लगायें व बालों पर मसाज करें।
- सिर को ढकने के लिए शॉवर कैप का उपयोग करें ताकि पेस्ट सूख न जाए।
- इसे एक घंटे तक लगाये रखें, बाद में सामान्य पानी से धो लें।
प्याज का रस / ऑनियन जूस:
बालों का झड़ना रोकने के लिए प्याज के रस का प्रयोग कैसे करें?
- प्याज को पीसकर उसका रस निकाल लें।
- कॉटन बॉल से प्याज के रस को स्कैल्प पर लगाएं।
- 20 से 30 मिनट लगा रहने दें व बाद में सामान्य पानी तथा हल्के शैम्पू से धोएं।
- ऐसा सप्ताह में एक बार करें व फर्क देखें।
ग्वार-पाठा / घृतकुमारी / एलोवेरा:
बालों के झड़ने को रोकने, बालों की वृद्धि को बढ़ावा देने, सिर की खुजली और पपड़ी (flakes) कम करने के लिए एलोवेरा एक अच्छा घरेलू उपाय है।बालों का झड़ना रोकने के लिए एलोवेरा का प्रयोग कैसे करें?
- एलोवेरा के डंठल से कांटे हटाकर उसका गूदा निकाल लें।
- इस रस / गूदा को बालों और स्कैल्प पर लगाएं तथा लगभग 45 मिनट के लिए लगा रहने दें।
- तत्पश्चात सामान्य पानी से धो लें।
- बेहतर परिणाम चाहते हैं तो सप्ताह में तीन से चार बार लगायें।
मेथी बीज / फेनुग्रीक सीड्स:
मेथी या मेथी के बीज बालों के रोम की मरम्मत करके उनकी पुन: वृद्धि में मदद करते हैं। बालों का सूखापन कम करते हैं।बालों का झड़ना रोकने के लिए मेथी दानों का प्रयोग कैसे करें?
- मेथी के दानों को रात भर पानी में भिगो कर रखें।
- अगली सुबह इनका महीन पेस्ट बनायें व बालों तथा स्कैल्प पर लगाएं।
- पेस्ट को सिर पर लगभग आधा घंटा लगा रहने दें।
- स्कैल्प को नम रखने के लिए शॉवर कैप से ढकें।
- तत्पश्चात सामान्य पानी से धो लें।
- किसी भी शैम्पू का प्रयोग न करें।
- इस क्रिया को सप्ताह में दो बार एक महीने तक करें।
मेथी पाउडर व हिना का पेस्ट भी बालों का झड़ना रोकता है। दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर पेस्ट बनायें व बालों में लगायें, थोड़ी देर सूखने के बाद साफ़ पानी से धोएं।
नारियल का दूध / कोकोनट मिल्क:
नारियल में मौजूद प्रोटीन और आवश्यक वसा बालों की वृद्धि तथा झड़ना रोकने में मदद करते हैं।नारियल का दूध कैसे तैयार करें व प्रयोग करें:
- नारियल को कद्दूकस करके एक बर्तन में पांच मिनट तक उबालें।
- इसे छान कर ठंडा करें।
- इस दूध में एक-एक चम्मच पिसी हुई काली मिर्च और मेथी दाना डालें।
- अपने स्कैल्प और बालों पर लगाएं।
- 20 मिनट बाद शैंपू से धो लें।
नारियल तेल व निम्बू का रस:
निम्बू के रस में दुगना नारियल का तेल मिलाकर बालों की मालिश करें।ग्रीन टी:
ग्रीन टी में एंटीऑक्सिडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, जो बालों की वृद्धि तथा झड़ना रोकने में मदद करते हैं।बालों का झड़ना रोकने के लिए ग्रीन टी का प्रयोग कैसे करें?
- दो या तीन पुड़िया एक से दो कप गर्म पानी में भिगो कर रखें।
- ठंडा होने पर स्कैल्प और बालों पर लगायें तथा सिर की मालिश करें।
- एक घंटे बाद ठंडे पानी से धो लें।
चुकंदर / बीट रूट:
बालों का झड़ना रोकने के लिए चुकंदर का प्रयोग कैसे करें?
- चुकंदर के 7-8 पत्तों को उबालें।
- इसमें 5-6 मेंहदी के पत्ते मिलाएं व पीस लें।
- इस पेस्ट को स्कैल्प पर लगा कर 15-20 मिनट रहने दें।
- अब बालों को गर्म पानी से धो लें।
मुलैठी की जड़ / लिकोरिस रूट:
बालों का झड़ना रोकने के लिए मुलैठी की जड़ का प्रयोग कैसे करें?
- एक प्याले में एक कप दूध, एक चम्मच पिसी हुई मुलेठी की जड़, व एक चौथाई चम्मच केसर लें तथा पेस्ट बना लें।
- इस पेस्ट को स्कैल्प और बालों की पूरी लंबाई पर लगाएं तथा रात भर लगाये रखें।
- दुसरे दिन उठ कर बालों को धो लें।
- इसे हफ्ते में दो बार लगायें।
दही और शहद:
- एक प्याले में 2 बड़े चम्मच दही, 1 बड़ा चम्मच शहद व नींबू मिला कर पेस्ट बनायें।
- डाई ब्रश से इस पेस्ट को स्कैल्प और जड़ों पर लगाएं।
- इसे आधा घंटा लगा रहने दें।
- अब सिर को ठंडे पानी से धोएं।
- सप्ताह में एक बार इस पेस्ट को लगाएं।
अंडे का लेप / एग मास्क:
अंडों में बालों के विकास के लिए भरपूर मात्रा में सल्फर, फॉस्फोरस, सेलेनियम, आयोडीन, जिंक व प्रोटीन होते हैं।बालों का झड़ना रोकने के लिए अंडे का प्रयोग कैसे करें?
- एक कटोरे में अंडे का सफेद भाग लें।
- इसमें एक-एक चम्मच शहद व जैतून का तेल मिलाएं।
- अच्छी तरह मिलाते हुए पेस्ट तैयार करें।
- पेस्ट को बाल की जड़ से सिरे तक लगाएं।
- लगभग 20 मिनट बाद हल्के शैंपू से धो लें।
नमक व काली-मिर्च:
अनार के पत्तों का तेल:
- अनार के पत्तों का रस 1 लीटर, अनार के पत्तों की लुगदी 100 ग्राम व सरसों का तेल 500 मिली मिलाकर पकाएं।
- जब केवल तेल बचे, निचे उतारें, छानकर एक बोतल में भर लें।
- बालों को झड़ने से रोकने के लिए इस तेल को नियमित लगायें।
नीम व बेरी के पत्ते:
- नीम व बेरी के पत्तों को पानी में उबालें।
- पानी छानकर ठंडा करें व बाल धोएं।
- बाद में नीम का तेल लगायें।
हरसिंगार के बीज:
हरसिंगार के बीजों को पीसकर, लेप बना कर बालों में लगायें।परवल के पत्तों का रस:
कड़वे परवल के पत्तों का रस 2 से 3 महीनों तक बालों में लगाने से बाल झड़ना बंद हो सकते हैं।छरीला (पत्थर-फूल / शिलापुष्प / येलो लाइकेन / स्टोन फ्लावर ):
जटामांसी की जड़ / बालझड़:
अन्य :
- लाल मिर्च का कैप्सैकिन
- जिनसेंग
- लहसुन जेल (रोगाणुरोधी /एंटी-माइक्रोबियल व दाह-विरोधी /एंटी-इन्फ्लामेटरी गुण)
- प्रोसायनिडिन (सेब, दालचीनी / cinnamon, व अंगूर में मौजूद एक फ्लेवोनोइड एंटीऑक्सिडेंट)
- कैफीन
- टी-ट्री आयल
- लेवेंडर आयल
बालों को झड़ने से रोकने के लिए क्या खाएं?(आहार)
घने, चमकदार, व मजबूत बालों का रहस्य एक स्वस्थ आहार होता है।1. दालें
2. पालक
3. गाजर
4. ओट्स
5. अखरोट
- अखरोट में ओमेगा-3, विटामिन बी (बी 1, बी 6, बायोटिन, व बी 9), विटामिन ई, प्रोटीन और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होते हैं।
- ये सभी बालों के क्यूटिकल्स (बालों की उपरी त्वचा) को मजबूत करते हैं और सिर की त्वचा को पोषण देते हैं।
- यह कोशिकाओं के डीएनए को सूर्य से होने वाली क्षति से बचाने में मदद करता है।
6. अंडे
7. चिकन
8. स्ट्रॉबेरी,अमरूद व अन्य खाद्य-पदार्थ
9. दही
दही विटामिन बी 5 और विटामिन डी से भरपूर होता है तथा बालों की जड़ों को स्वस्थ रखता है।10. शक्करकंद / स्वीट पोटैटो व अन्य खाद्य-पदार्थ
11. ब्राजील नट्स:
12. वसायुक्त मछली:
बालों को झड़ने से रोकने के लिए कुछ सुझाव Tips to prevent Hair Loss.
- हानिकारक रसायन वाले साबुन, शैम्पू, हेयर स्प्रे, हेयर जैल और स्टाइलिंग क्रीम के उपयोग से बचें, इनसे बाल शुष्क व गुच्छेदार हो सकते हैं। प्राकृतिक उत्पाद काम में लें।
- स्ट्रेटनिंग, पर्मिंग, कलरिंग, गीले बालों पर ब्लो ड्रायर, कर्लिंग रॉड का उपयोग करने से बचें क्योंकि ये बालों को भंगुर बनाते हैं। यदि ब्लो ड्राई का उपयोग करना अति आवश्यकता है तो इसे न्यूनतम ताप सेटिंग में रखें। बालों को गर्म करने वाले अन्य उत्पादों का उपयोग कर रहे हैं तो शुरुआत फोर्टिफाइंग लीव-इन कंडीशनर से करें व सुरक्षात्मक स्प्रे से समापन करें।
- शैम्पू व बालों को धोना - सल्फेट, पैराबेन या सिलिकॉन जैसे रसायनों वाले शैम्पू से बाल नहीं धोएं। सिर की त्वचा के आधार पर बाल धोएं जैसे सिर की त्वचा शुष्क हो तो बालों को अधिक धोने से बाल झड़ सकते हैं, तथा सिर की त्वचा तैलीय हो तो सप्ताह में तीन बार से अधिक धोएं नहीं तो बाल झड़ेंगें।
- तैलीय त्वचा व बालों के लिए एक अच्छा कंडीशनर (अमीनो एसिड युक्त) क्षतिग्रस्त बालों को ठीक करता है एवं बालों को चिकना बनाता है।
- अपने शैम्पू व कंडीशनर को बार-बार एवं जल्दी-जल्दी ना बदलें। धैर्य रखें, 6 महीनों से पहले नहीं बदलें।
- आहार और व्यायाम - स्वस्थ बालों के लिए संतुलित आहार, प्रोटीन, आयरन आदि सभी पोषक तत्व सही मात्रा में आवश्यक है। साथ में व्यायाम, योग, ध्यान (मेडिटेशन) भी महत्वपूर्ण होते हैं।
- धूप, प्रदूषण, बारिश के पानी और धूल के अत्यधिक संपर्क से बचें, अन्यथा आपके बाल रूखे व भंगुर हो सकते हैं। बारिश के दौरान बालों को स्वस्थ रखने व नमी से बचाने के लिए एक अच्छे कंडीशनर का उपयोग करें, नियमित रूप से धोएं तथा तेल लगाएं।
- गीले बालों में कंघी ना करें (टूटने का खतरा होता है) तथा चौड़े दांतों वाली कंघी का उपयोग करें।
- टाइट हेयर स्टाइल ना बनायें, बालों को जड़ों से बहुत टाइट खींचने से नुकसान होता है। सोते समय बालों को खुला रखें या ढीला बांधें।
- गर्म पानी के बजाय गुनगुने या ठन्डे पानी से नहायें, गर्म पानी से त्वचा व बाल की सतह का निर्जलीकरण (DEHYDRATION) हो जाता है, तथा सिर की प्राकृतिक चिकनाई ख़त्म हो जाती है, बाल शुष्क व भंगुर हो जाते हैं।
- नियमित ट्रिम्स (TRIMMING): बाल किनारों / सिरों से अधिक टूटते हैं, व दोमुंहे दिखते हैं, अतः दोमुंहे सिरों को हटाने के लिए व बालों की वृद्धि बढ़ाने के लिए इन्हें हर छह से आठ सप्ताह में किनारों से काटा जाना चाहिए।
- जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती है, उसके बालों की मजबूती और घनापन कम होना स्वाभाविक है।
- यदि आपकी उम्र 40 वर्ष से अधिक है तथा आप बालों को झड़ने से रोकने के लिए उपचार ले रहें हैं तो ध्यान रखें कि अब आपके बाल पहले जैसे घने नहीं हो पायेंगें, हाँ, झड़ना कम हो सकता है।
💆💆 बालों की वृद्धि के लिए साप्ताहिक दिनचर्या 💆💆
WELLAYU SPECIAL
आपके बाल उपचार के बावजूद झड़ रहें हैं, तब क्या करें ?खुश रहें व हर हाल में खुश रहें, प्रकृति से लड़ना बंद करें, दुनियां धीरे-धीरे आपको नए रूप में भी स्वीकार कर लेगी, अपना आत्मसम्मान ना खोएं। सिर सलामत रहना चाहिए, मुकुट (केश) हो ना हो, फर्क नहीं पड़ेगा।
कोरोना व बालों का झड़ना
अधिकतर (लगभग 80 - 90%) लोगों में (महिला व पुरुष दोनों में) कोरोना से ठीक होने के एक से डेढ़ महीने बाद बाल झड़ने की समस्या आ रही है, लेकिन कुछ लोगों में कोविड के दौरान भी यह समस्या हो रही है।
कोरोना की वजह से बालों का झड़ना Telogen Effluvium श्रेणी में आता है, जहाँ 300-400 बाल प्रतिदिन झड़ते हैं, लेकिन यह समस्या कुछ समय के लिए रहती है, समय पर पहचान व उपचार-देखभाल करके बालों को झड़ने से रोका जा सकता है।
कोरोना के बाद बाल क्यों झड़ते हैं?
किसी भी लंबे बुखार, सर्जरी या तनाव के बाद इम्युनिटी कमजोर होने से बाल झड़ना आमतौर पर देखा जाता है।
कोरोना की वजह से बालों के झड़ने के वास्तविक कारणों व निदान का पूर्ण वैज्ञानिक अध्ययन व शोध अभी होना बाकी है, लेकिन निम्न कारण हो सकते हैं -
- खुराक में बदलाव (भूख में कमी) - शरीर में पौष्टिक आहार की कमी, वजन में बदलाव
- अनिद्रा, स्ट्रेस / तनाव / अवसाद
- अत्यधिक कमजोरी
- बालों की जड़ों में रक्त-संचरण में कमी
- हार्मोनल बदलाव
- विटामिन डी व B12 की कमी
- अधिक एंटीबायोटिक व स्टेरॉइड लेने से शरीर के मेटाबालिज्म सिस्टम का प्रभावित होना
कोरोना के बाद बालों का झड़ना कैसे रोकें?
निम्न तीन कार्य करके कोरोना के बाद बालों का झड़ना रोका जा सकता है -
1. संतुलित व पौष्टिक आहार -
- प्रोटीन - शाकाहारी प्रोटीन - दालें, चना, राजमा, सोयाबीन, अखरोट, पनीर, पालक, गाजर, शकरकंद आदि; नॉन-वेज प्रोटीन - मांस, अंडा
- आयरन - पालक, हरे पत्ते वाली सब्जियां
- विटामिन - विटामिन सी, फालिक एसिड, बायोटीन, बीटा कैरोटिन, विटामिन ए व ई
- कैल्शियम
- ओमेगा थ्री फैटी एसिड
- मौसमी फल - रसीले व मौसमी फल जैसे मौसमी, संतरा, कीवी आदि
- दिन में 4 से 5 लीटर पानी पीना
2. तनाव पर नियंत्रण -
निम्न तरीकों से तनाव-मुक्त हुआ जा सकता है -
- योग, व ध्यान
- स्वस्थ दिनचर्या
- मनपसन्द स्पोर्ट्स खेलना, फिल्म देखना, किताब पढ़ना
आपके लिखने का अंदाज काफी अच्छा हैं और आप सरल भाषा में लिखते हैं, आपके ब्लॉग को देखकर हीं हमने इस एक ही रात में बाल झड़ने होंगे गारंटी से बंद और इस Ghar Par Turant Balo Ka Jhadna Kaise Roke आर्टिकलं को लिखा हैं, मुझे लगता हैं की आप हमे कुछ तो सुझाव दे ताकी हम भी अपने ब्लॉगिंग करियर की आपके जैसी ही बढोतरी करे..!
ReplyDeleteआपका कन्टेंट भी अच्छा है।
ReplyDelete