WELLAYU-HAPPINESS
ख़ुशी क्या है? खुश कैसे रहें?
जब जीवन में आनंद हो, सब कुछ अच्छा लग रहा हो, मन में सकारात्मक ख्याल आते हो, चेहरे पर लम्बी मुस्कान हो, दिल में सुकून हो, रातों में गहरी नींद आ रही हो ........तो आप खुश हो ।
ख़ुशी क्या है ?
ख़ुशी के प्रकार -
- शारीरिक ख़ुशी - जब शरीर स्वस्थ हो । HAPPINESS BY HEALTH.
- भौतिक ख़ुशी - जब आवश्यकतानुसार धन-दौलत उपलब्ध हो । HAPPINESS BY WEALTH .
- भावनात्मक ख़ुशी - जब परिवार व दोस्तों से सम्बन्ध प्रगाढ़ हो l EMOTIONAL HAPPINESS (HAPPY RELATIONS WITH FAMILY, RELATIVES AND FRIENDS).
- आध्यात्मिक ख़ुशी - जब व्यक्ति अंतरात्मा से ख़ुश हो, अन्य किसी सुख-दुःख से प्रभावित ना हो । INTERNAL OR SPIRITUAL HAPPINESS.
ख़ुशी का मतलब हर व्यक्ति के लिए अलग होता है।
अधिकतर लोगों के लिए ख़ुशी का मतलब है उनका मनचाहा मिल जाना। हालाँकि यह एक क्षणिक ख़ुशी है, क्योंकि इच्छाएं कभी ख़त्म नहीं होती है।
कुछ लोगों के लिए मानसिक तनाव व चिंता का नहीं होना ही ख़ुशी है।
हमारी वजह से दूसरों को ख़ुशी मिले, हमारे लिए यही ख़ुशी है।
वास्तविक ख़ुशी तब मिलती है जब मन आंतरिक रूप से संतुष्ट हो / ख़ुश हो। असली ख़ुशी शरीर के भीतर मिलती है, शरीर के बाहर नहीं। आध्यात्मिक ख़ुशी ही असली व स्थाई ख़ुशी है।
WELLAYU-HAPPINESS से आप कौनसी ख़ुशी प्राप्त कर सकते हैं ?
व्यक्ति को खुश रहने के लिए स्वस्थ होना अति आवश्यक है, WELLAYU-HEALTH आपको स्वस्थ रखने में सहायता करता है।
धन-दौलत से सारे तो नहीं लेकिन अधिकांश भौतिक व सांसारिक सुख मिल जाते हैं। इसके अलावा अगर आपके पास भरपूर पैसा है तो परिवार, रिश्तेदार व दोस्त भी स्वत: आपसे अच्छे सम्बन्ध रखते हैं। WELLAYU-WEALTH आपको अमीर व समृद्ध बनने में सहायता करता है।
WELLAYU-HAPPINESS मुख्य रूप से आध्यात्मिक व स्थाई ख़ुशी देने में सहायता करता है, साथ ही मानसिक तनाव तथा चिंता दूर करना व दूसरों को ख़ुशी देना भी सीखाता है।
ख़ुश कैसे रहें ? ख़ुशी कैसे मिलती है ? ख़ुश रहने के उपाय
ख़ुशी प्राप्त करने का कोई गारंटीड व अचूक फॉर्मूला किसी के पास नहीं है, लेकिन ऐसे कई छोटे-छोटे उपाय हैं जिनका पालन करके प्रत्येक व्यक्ति खुश रह सकता है।
WELLAYU-HAPPINESS के अनुसार आपके ख़ुश रहने के दो उपाय हो सकते हैं -
- सांसारिक ख़ुशी के उपाय
- स्थाई ख़ुशी के उपाय
सांसारिक ख़ुशी के उपाय -
इन उपायों को अपनाकर आप दैनिक ख़ुशी प्राप्त कर सकते हैं यानी प्रतिदिन छोटी-छोटी खुशियाँ प्राप्त कर सकते हैं।
यहाँ क्षणिक लेकिन उपयोगी ख़ुशी मिलती है अर्थात आपकी रोजमर्रा की इच्छाओं की पूर्ति होने से आपको ख़ुशी मिलती है।
- FOLLOW BETTER LIFESTYLE स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं - सुबह जल्दी उठने से लेकर रात्रि में शयन करने तक अच्छी लाइफस्टाइल का अनुसरण करें, जैसे सुबह-शाम की सैर, नियमित कसरत व योग-प्राणायाम, सही समय पर संतुलित भोजन करना व पर्याप्त पानी पीना , रात को जल्दी सोना आदि।
- TIME MANAGEMENT- समय का महत्व समझते हुए दैनिक कार्यों की पूर्व में ही योजना बनायें व उन्हें पूरा करें।
- POSITIVE ATTITUDE- हमेशा सकारात्मक रवैया रखें, किसी का बुरा ना सोचें, ना करें।
- GOOD RELATIONSHIP- अपने परिवार, सम्बन्धियों व दोस्तों के साथ अच्छा व्यवहार करें व उनको समय दें।
- SELF DEVELOPMENT स्वयं के लिए वक्त निकालें - कम से कम आधा घंटा प्रतिदिन अपने खुद के लिए सोचें एवं जो आपको सबसे अच्छा लगता हो वो कार्य करें। लेकिन ध्यान रखें आपके पसंदीदा कार्य करने से किसी अन्य का नुकसान ना हो।
- HELPING OTHERS- दूसरों को ख़ुश रखें व उनकी सहायता करें, आपको भी ख़ुशी मिलेगी।
- SMILE ALWAYS- चेहरे पर हमेशा मुस्कान रखें।
- RECREATION- स्वयं को तरोताजा व खुश रखने के लिए संगीत सुनें, गायें या गुनगुनाएं, कॉमेडी शौ देखें, नृत्य करें, इंडोर - आउटडोर गेम खेलें, पुराने फोटो या वीडियो देखें व यादें ताजा करें, पालतू जानवर जैसे कुत्ता, बिल्ली पालें व उनके साथ समय बिताएं। (नृत्य से शरीर में ख़ुशी बढ़ाने वाला हार्मोन निकलता है, चाहे आप बंद कमरे में ही क्यों ना करें)।
- GRATITUDE, PARDONING AND SORRY क्षमा, माफ़ी व दूसरों का धन्यवाद - अपनी गलती हो तो माफ़ी मांगें, दूसरों की हो तो उन्हें क्षमा करें, दूसरों के अच्छे कार्यों के लिए तथा ईश्वर को हमेशा धन्यवाद अर्पित करें।
- SATISFACTION- बेहतर के लिए प्रयास अवश्य करें मगर जो मिला है उससे संतुष्ट रहें, जो नहीं मिला है उसके लिए उदास न हों।
- GO CLOSE TO NATURE- प्रकृति के साथ समय बिताएं - सुबह सूर्योदय या शाम को सूर्यास्त निहारें, बागवानी करें, पिकनिक पर जाएँ, समुन्द्र, पहाड़ व प्रकृति की सैर का आनंद लें।
ये सभी उपाय शायद आप अच्छी तरह से जानते हैं, लेकिन मानव स्वभाव ही ऐसा होता है कि खूब कोशिश करने के बाद भी कोई ना कोई चिंता बनी ही रहती हैं।
अतः खुशियां प्राप्त करने व उन्हें बरकरार रखने का कोई स्थाई उपाय जरुरी है।
मोटे तौर पर देखा जाये तो सांसारिक ख़ुशी के लिए स्वस्थ तन (HEALTH) तथा समृद्ध जीवन (WEALTH) होना जरुरी है, अच्छी बात यह है कि इन दोनों को आप हमारे साथ क्रमश: WELLAYU-HEALTH एवं WELLAYU-WEALTH के द्वारा प्राप्त कर सकते हैं।
WELLAYU-HAPPINESS आपको स्थाई ख़ुशी का उपाय भी बता रहा है, आप चाहें तो फायदा ले सकते हैं। स्थाई ख़ुशी अध्यात्मिक सुख से मिलती है। आइये जानते हैं अध्यात्मिक सुख कैसे मिलता है ?
स्थाई ख़ुशी के उपाय -
स्थाई या आध्यात्मिक ख़ुशी पाने के दो उपाय है, इनका अनुसरण करके कोई भी अपने जीवन में स्थाई एवं चिरकालिक ख़ुशी प्राप्त कर सकता है -
- आध्यात्मिक ज्ञान एवं
- आध्यात्मिक ध्यान
आध्यात्मिक ज्ञान -
स्थाई एवं असली ख़ुशी आपके अंदर ही है, अतः कृपया इन सवालों को अपने आप से पूछें तथा इन पर गहराई से गौर करें -
मैं कौन हूँ? इस धरती पर क्यों हूँ? मेरे जीवन का मतलब क्या है? मेरे जीवन का उद्देश्य क्या है? मैं जिन्दा क्यों व किसके लिए हूँ?
मैं और कितने समय तक जिन्दा रहने वाला हूँ? मेरे रहने से इस संसार में क्या होगा? इस संसार में मेरे न होने से क्या फर्क पड़ेगा?
इस धरती पर मेरे अलावा और क्या-क्या है? धरती के अलावा और कौनसे ग्रह, उपग्रह हैं? ब्रम्हाण्ड कितना बड़ा है? इस ब्रम्हाण्ड में मेरा क्या अस्तित्व है?
मेरे खुश न रहने से किसका नुकसान होगा - ब्रम्हाण्ड का, धरती का, अन्य प्राणियों का अथवा मेरा? मेरे खुश रहने से ज्यादा फायदा किसका होगा?
शायद कुछ इस तरह के विचार आपके मन में चल रहे होंगे - संसार के सामने मेरा कोई वजूद नहीं है, मेरे होने या न होने से इस संसार पे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है, कब तक जीवन चलेगा इसका कोई पता नहीं है, मेरे खुश न रहने से केवल मेरा ही नुकसान होने वाला है
लेकिन एक बात तो तय है कि इस संसार में अगर हम हैं, तो उसके पीछे ईश्वर का कोई ना कोई उद्देश्य अवश्य है, क्योंकि सृष्टी में कुछ भी जिसे हम सुन,देख या महसूस कर सकते हैं उसके होने के पीछे कोई ना कोई कारण होता ही है चाहे हमें समझ आये या नहीं
अतः अपने जीवन के असली मकसद को पहचानें, उस पर कार्य करें, आपका रास्ता रोकने वाली इधर-उधर की बातों पर ध्यान न दें व हमेशा खुश रहें
आध्यात्मिक ध्यान
ध्यान या मैडिटेशन शब्द से लगभग सभी परिचित है, लेकिन अधिकतर लोग ध्यान की असली विधि के बारे में नहीं जानते हैं।
आध्यात्मिक ध्यान वह ध्यान होता है जो आपके शरीर में आपकी तलाश करता है, आपका आप से परिचय करवाता है, आपकी अंदरूनी व असली ख़ुशी को जागृत करता है।
इस आध्यात्मिक ध्यान का नाम है - सिद्ध-योग ध्यान अथवा स्वतः योग ध्यान , जिसमें बैठने के बाद योग करना नहीं पड़ता बल्कि शरीर के लिए आवश्यक यौगिक क्रियाएं स्वतः होती है।
इस ध्यान से मन में असीम ख़ुशी छा जाती है, सारी चिन्ताये दूर हो जाती है, चरों तरफ सब कुछ अच्छा ही अच्छा लगता है, दिल खुश, प्रसन्न, प्रफ्फुलित, व आनंद के अतिरेक से भर जाता है।
शरीर की बीमारियाँ धीरे-धीरे गायब हो जाती है, तन स्वस्थ व मन हर्षित रहने से चारों तरफ सकारात्मकता उत्पन्न हो जाती है।
आपको यह सब कोई सपना या झूठ लग रहा होगा लेकिन यह शत-प्रतिशत सही है, विश्व में लाखों लोगों के जीवन में हो रहा है एवं आपके जीवन में भी हो सकता है, आप भी परमानंद की प्राप्ति कर सकते हैं।
इस ध्यान को संसार के किसी भी कौने में बैठा, किसी भी धर्म व जाति का, किसी भी उम्र का व्यक्ति कर सकता है, कोई शुल्क नहीं, कोई कर्म-कांड या पाखण्ड नहीं।
अधिक जानकारी के लिए पढ़ें -
निष्कर्ष
जीवन में ख़ुशी आपका हक़ है।
हमें पूरा विश्वास है कि इस लेख को पढ़ कर आंतरिक ख़ुशी हासिल करने का रास्ता आपको मिल गया है।
कृपया यहाँ बताये गए रास्तों का निसंकोच अनुसरण करें व अपने जीवन में परमानंद प्राप्त करें।
अपने अनुभव हमसे साझा करें।
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